संक्रान्ति |Sankranti| मतलब | प्रकार                       

परिचय :भारतवर्ष पर्वो का देश हैं | कुछ बहुत ही  महत्वपूर्ण  होते  हैं | आज के व्यस्त जीवन में युवा पीढ़ी पर्वो के महत्व को भूलते जा रहें है | हर पर्व का महत्व  होता है ,इसके विशेष में जागरूकता के लिए इस लेख को पढ़ना जरुरी है |

Keywords:

संक्रान्तियाँ| भारतीय |ज्योतषी |तारामंडल|राशि|

Table of Contents:

  1. संक्रान्तियाँ
  2. राशिचक्र
  3. बारह संक्रान्तियाँ  के नाम :
    1. अस्वीकरण :  

संक्रान्तियाँ

एक साल में बारह  संक्रान्तियाँ होती है | जब सूर्य एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करता है तो उसे संक्रान्ति कहते हैं | हर साल में बारह माह होते है | भारतीय ज्योतषी के अनुसार जिस दिन जब सूर्य एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करता है तो इसे संक्रान्ति कहते है | 

राशिचक्र

राशिचक्र को बारह बराबर राशियाँ में बाटा गया है | हर  एक राशि एक तारामंडल से संवंधित है ,या तारामंडल का नाम है | उदहारण के लिए  मेष राशि , मेष तारामंडल है | इस तरह बारह राशियाँ है | बारह राशियाँ ज्योतषी के अनुसार  बहुत महत्वपूर्ण है | 

राशिचक्र मेष राशि से शुरु होता है | बारह राशियाँ निम्न प्रकार से हैं :

1.मेष
2.वृष
3.मिथुन
4.कर्क
5.सिंह
6.कन्या
7.तुला
8.व्रिश्चिक
9.धनु
10.मकर
11.कुम्भ
12.मीन
बारह राशियाँ

भारत वर्ष में संक्रान्ति का बहुत महतत्व है | भारत वर्ष  के बंगाल और असम राज्य में संक्रान्ति के दिन माह का अंत माना जाता है | जबकि  अन्य राज्यों में संक्रान्ति के दिन माह का शुरुआत होता है |  

हर संक्रान्ति का अपना महतब  है ,परन्तु मकर संक्रान्ति, मेष  संक्रान्ति बहुत महत्ब्पूर्ण है | 

बारह संक्रान्तियाँ  के नाम :

मेष  संक्रान्ति  सूर्य मीन राशि से मेष  राशि में प्रवेश करता है |

वृष  संक्रान्ति   सूर्य मेष  राशि से  वृष राशि में प्रवेश करता है |

मिथुन संक्रान्ति  सूर्य वृष राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करता है |

कर्क संक्रान्ति   सूर्य मिथुन राशि से  कर्क राशि में प्रवेश करता है |

सिंह संक्रान्ति    सूर्य  कर्क राशि से  सिंह  राशि में प्रवेश करता है |

कन्या संक्रान्ति   सूर्य सिंह राशि से कन्या राशि में प्रवेश करता है |

तुला संक्रान्ति    सूर्य कन्या  राशि से तुला राशि में प्रवेश करता है |

व्रिश्चिक संक्रान्ति  सूर्य तुला राशि से  व्रिश्चिक राशि में प्रवेश करता है |

धनु संक्रान्ति      सूर्य व्रिश्चिक राशि से धनु राशि में प्रवेश करता है |

मकर संक्रान्ति   सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है | 

कुम्भ संक्रान्ति    सूर्य मकर राशि से कुम्भ राशि में प्रवेश करता है | 

मीन संक्रान्ति     सूर्य कुम्भ राशि से मीन राशि में प्रवेश करता है |

अस्वीकरण :  

इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार विभिन्न लेखों]संचार माध्यमों से लिए गए है और सभी सूचनाएँ मूल रुप से प्रस्तुत की गईं है| व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार नहीं हैं, तथा इसके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है| मानवीय भूल ,टंकण भूल भी हो सकता है इसके लिए लेखक किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है|

इन्हें भी देखें :

मकर संक्रान्ति

मेष  संक्रान्ति

            Satuane| Hindi |सतुआनी 2023 |मेष संक्रांति 

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