बिहार दिवस-2023

इस लेख में हम बिहार दिवस के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगे,कब कैसे मनाया जाता है| और बहुत कुछ जो हम जानना चाहते है | 

विषय सूची : 

1.परिचय 
2.कब से शुरु हुआ है 
3.कब है 
4.महत्ब 

परिचय

हर वर्ष बिहार दिवस 22 मार्च को बिहार राज्य के स्थापना दिवस  के रुप में मनाया जाता है | यह बिहार राज्य के गठन का दिन है | २२ मार्च 1912 को बंगाल प्रसेनडेंसी से अलग करके बिहार राज्य को बनाया गया था| यह भारत के उत्तर पूर्व का राज्य है | 

एक मान्यता के अनुसार बिहार का नाम संस्कृत के शब्द विहार(बौद्ध मठ) से बना है | प्राचीन काल में यहाँ बहुत ज्यादा बौद्ध समुदाय के लोग रहते थे|   बिहार का नाम हमारे इतिहासों एवं पुराणों में मिलता है। यह शुरू से इतिहास से जुड़ा रहा है। इस राज्य से बहुत से विद्वान लोग निकले है, जिन्होंने संसार में ज्ञान की स्थापना की है।इस राज्य में कई विश्वप्रसिद्ध विश्वविद्यालय थे |  

बिहार के राजधानी पटना को १९१२ में बनाया गया |एक मान्यता के अनुसार यहाँ के विश्वप्रसिद्ध ‘पटन देवी माँ के मंदिर’ के कारण इस शहर का नाम पटना रखा गया है|  

बिहार दिवस मानाने का का शुरुआत माननीय मुख्यमंत्री श्री नितीश कुमार के द्वारा २०१० से किया गया | बिहार सरकार ने २०१० में राज्य के स्थापना दिवस को विभिन्न कार्यक्रमों के साथ मानाने का ऐतिहासिक फैसला लिया जिससे बिहार के गौरब के विषय में सबलोगों को बताया जा सके और बिहार के गौरब को बढ़ाया जा सके | और २०११ में बिहार दिवस मानाने का आधिकारिक घोषणा की  गई |  

बिहार के आलावा बिहार दिवस पुरे भारत में मनाया जाता है| इसके अलावा बिहार दिवस अमेरिका,इंग्लैंड,जर्मनी इत्यादि कई देशों में मनाया जाता है |  

इस वर्ष बिहार दिवस बुधवार, 22 मार्च को  बिहार का 111 वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा।

हर साल की तरह इस दिन निजी ,राज्य एवं केंद्र सरकार के सभी प्रतिस्ठान में सार्वजानिक अवकाश होगा | 

               बिहार दिवस 2023 कब से कब तक मनाया जाएगा?

2  22 मार्च से 24 मार्च तक बिहार दिवस उत्सव मनाया जाएगा। इस बार समारोह का आयोजन सात निश्चय के तहत युवा शक्ति बिहार की प्रगति  पर किया जायेगा|  जिसमें मुख्य रूप से शिक्षा विभाग, उद्योग विभाग, कला संस्कृति विभाग, समाज कल्याण और पर्यटन विभाग की ओर से स्टॉल्स और आयोजन  किया जायेगा। 

     बिहार के हर जिलों में बिहार दिवस मनाया जाता है | कहीं रन फॉर बिहार,कही लेज़र शो  हर जगह जगह कुछ कुछ होता है | हर पंचायत स्तर तक कला संस्कृति कार्यक्रम किया जाता है |इससे बिहारी में बिहारी होने का गर्ब हो सके|  

                                                     बिहार बंगाल से कब अलग हुआ?

  पहले बंगाल प्रेसेंडेंसी हुआ करता था | बंगाल प्रेसेंडेंसी के गवर्नर थॉमस गिब्सन करमिकल ने मार्च २१,१९१२ को कार्यभार संभाला| और ब्रिटिश सरकार के आदेशानुसार उन्होंने २२ मार्च को बंगाल प्रेसेंडेंसी को चार राज्यों में -बिहार,असम ओडिशा एवं बंगाल में विभाजित कर दिया| इस तरह २२ मार्च १९१२ को बिहार का गठन हुआ था | 

१९३६ में बिहार  राज्य से अलग करके उड़ीसा राज्य बना दिए गये। इसके बाद पुनः  एक बार बिहार का विभाजन हुआ और बिहार के दक्षिणी -पूर्वी प्रांतो को मिलाकर १५ नवंबर २००० में झारखण्ड राज्य बनाया   गया | 

बिहार की सीमा :-

दक्षिणी -पूर्वी सीमा पर झारखण्ड राज्य है | 

उतर में नेपाल 

पूर्व में बंगाल 

पश्चिम में उत्तरप्रदेश 

यहाँ का छेत्रफल ३८३०१ वर्ग मिल  है | छेत्रफल के अनुसार भारत का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है | और २०११ के जनगणना के अनुसार यहाँ की जनसँख्या  १०३,८०४,६३७ है | जनसँख्या के अनुसार भारत का तीसरा बड़ा राज्य है |

                                       बिहार दिवस का महत्व

लोग ,खास कर युवा बिहार के गौरवमई इतिहास को भूलते जा रहे थे| इसलिए बिहार दिवस को एक आयोजन एक अवसर के रूप में मनाया जाता है| बिहार के छबि को मजबूत करने के लिए सांस्कृतिक और अन्य गतिविधिओं का आयोजन किया जाता है | इससे लोगो में जागरूकता आती है | इससे आत्मविश्वास बढ़ता है | 

पटना के गांधी मैदान में तीन दिवसीय कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में इस उत्सव का चरम देखा गया है और देश के सभी हिस्सों से प्रतिष्ठित व्यक्तित्व, राजनेता, अभिनेता और गायक समारोह में भाग लेते हैं।

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